सिंधी कैंप और कलेक्टर सर्किल के आस-पास प्राइवेट बसाें के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हाे रही है। दिनभर सिंधी कैंप के आस-पास प्राइवेट बसाें के सड़क मार्ग पर अवैध रूप से खड़े हाेने से ट्रैफिक रेंग-रेंगकर चलता है। ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक कंट्राेल बाेर्ड की मीटिंग में ये समस्या दूर करने के लिए पांच पार्किंग स्थल चिन्हित किए हैं। दरअसल सिंधी कैंप इलाके से प्रतिदिन 1400 राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसें और करीब 2800 प्राइवेट बसें गुजरती हैं।
यहां पर रहता है यातायात का दबाव
ट्रैफिक पुलिस की पड़ताल में सामने अाया कि प्राइवेट बसाें के कारण खासाकाेठी, सिंधी कैंप, अजमेर पुलिया, गवर्मेंट हाॅस्टल, अमरापुर, संसार चन्द्र राेड, लाेहामंडी से सिंधी कैंप, चांदपाेल गेट से लेकर दूध मंडी तक जाम रहता है।
ये हो सकते हैं प्राइवेट बसों की पार्किंग के 5 नए ठिकाने...
- 1. दिल्ली से जयपुर रूट: 900 प्राइवेट बसें : ट्रांसपाेर्ट नगर फ्लाईओवर से बजरी मंडी चाैराहा तक पार्किंग स्थल बनेगा। दिल्ली की तरफ से अाने वाली प्राइवेट बसाें में यात्री बैठाने व उतारने के लिए फ्लाईअाेवर के बाएं अाैर जयपुर से दिल्ली वाले मार्ग पर पार्किंग स्थल बनाएंगे।
- 2. आगरा से जयपुर रूट: 450 प्राइवेट बसें : आगरा से जयपुर रूट पर अभी 450 प्राइवेट बसें दौड़ रही हैं। ट्रैफिक पुलिस ने इन बसाें के लिए गाेनेर तिराहे के आस-पास की जगहाें काे पार्किंग के उचित माना है। ताकि यात्रियों को उतरने-चढ़ने में भी सहूलियत रहे।
- 3. अजमेर से जयपुर रूट: 600 प्राइवेट बसें: इन निजी बसाें काे 200 फीट बाइपास से आगे आने नहीं दिया जाएगा। इन बसाें की पार्किंग के लिए पुलिस ने दाे साै फीट चाैराहे से बदरवास तिराहे के मध्य पार्किंग स्थल बनाया जाना उचित माना है।
- 4. सीकर से जयपुर रूट: 550 प्राइवेट बसें: इन्हें खेतान हाॅस्पिटल चाैराहे से आगे आने नहीं दिया जाएगा। इनकी पार्किंग के लिए खैतान हाॅस्पिटल चाैराहे से राेड नंबर-14 के बीच पार्किंग स्थल बनाए जाने पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
- 5. टाेंक-जयपुर रूट : 300 प्राइवेट बसें : इनकी पार्किंग के लिए मानसराेवर बीटू बाइपास स्थित प्रधान वाटिका के पास जेडीए की खाली पड़ी जमीन काे चिह्नित किया है। बसें पुराने बाइपास हाेते हुए प्रधान वाटिका तिराहे पर पहुंचेंगी।
डीसीपी बोले- बसें चलने का समय भी तय करेंगे
प्राइवेट बसाें की पार्किंग बाहरी क्षेत्र में करने के लिए प्रस्ताव बनाकर दे दिए हैं। याेजना के अनुसार इन पार्किंग स्थलाें काे मंजूरी मिलने के बाद माैके पर एक समय में दस से ज्यादा बसें खड़ी नहीं होंगी। बसाें के चलने का समय ट्रैफिक पुलिस द्वारा तय किया जाएगा। इससे शहर में यातायात व्यवस्थित रूप से चलेगा। - राहुल प्रकाश, डीसीपी ट्रैफिक, जयपुर पुलिस कमिश्नरेट